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कौन है?-

कंधे पर हाथ पडते ही उसका दिल धक् से रह गया। कब वह अनजान लड़की उसके पीछे बैठ गई इस बात की आरव को भनक तक नहीं लगी। आम, अमरूद, चीकू और सब्जियों से हरेभरे खेतों के बीच से गुजरने वाली सडक उसके लिए दोज़ख की कोई टनल प्रतीत हो रही थी। दूर दूर से भेडियों की डरावनी आवाजें आ रही थी। किसी सूखे पेड के कोटर में बैठा उल्लू किसी अनहोनी की भनक पाकर डर डरकर बोल रहा था। हवाओं में नमी आ गई थी। इतनी ठंड अचानक कैसे बढ गई? आरव अचंभित था। बाइक धीमी गति से संभलकर ड्राइव करने के बावजूद उसकी बोडी पसीने से तर हो चुकी थी। बाइक ड्राइव करते वक्त आज उसे पहली बार डर महसूस हुआ। वो सुनसान रास्ते से इस वक्त वह गुजर रहा था। ये इलाका शहर से बाहर पडता था। और यहाँ कुछ जमीदार के फार्महाउस बने हुये थे। फार्महाउस के आसपास आम, चीकू, और सब्जियों से खेत भरे पडे थे। ठीक एक फार्महाउस पहुँचते ही आरव ने पीछे बैठी लडकी से पूछा, आपको यही उतरना है ना?" "मगर ये क्या? पिछली सीट से लड़की उतर चुकी थी। नीचे उतर कर उसने आरव के सामने देखा। उसकी आँखों में गजब की कशिश थी। आरव उसकी आँखों की गहराई में डूबता जा रहा था। क्योंकि उसकी आँखें जैसे अपनी तरफ से खींच रही थी। आरव को एक मिनट के लिए ऐसा लगा जैसे वह उसकी आँखें न होकर कोई मायावी केदखाना हो। आरव उसे लगातार घूरने लगा तो वो मुस्कुरा कर बोल उठी। "संभलकर रहना साहब, क्योंकि ये तो शुरुआत है। सब को अपने हक का मिलेगा। कुछ घटनाये इन्साफ मांगती है।" कहकर वह तेजी से फार्महाउस की कंटीली हद की और आगे बढ़ गई।" आरव समझ गया था कि इस अनजान लड़की को हमारे साथ पेश आई घटनाओं की जानकारी है। मगर कैसे? पता लगाना जरुरी था। आरव बाइक को एक तरफ पार्क करके नीचे उतर गया। और लड़की के पीछे चलने लगा। जितना वो जानता था, इस फार्महाउस पर रात के वक्त कोई रुकता नही था। वजह भी तो माकूल थी -----इसके पीछे बनी टेकरी पर बना पुराना क़ब्रिस्तान। लेकिन इस वक्त सब कुछ भूल कर वह फार्महाउस की हद लोंग चुका था। आरव अब तक अपने डर पर काबू कर चुका था। लड़की भागती हुई आगे बढ़ रही थी। वो अंधेरा चीरते हुये उसके पीछे भागा। चंद्रमा की चाँदनी बिखरी हुई थी। उस अनजान लड़की ने उधर जंप लगा दी जिधर ऊँची घास लहरा रही थी। वह दिखाई देना बंद हो गई। आरव उलझ गया। "कहा गई वह?" आरव ऊंची घास की ओर आगे बढा। तभी किसी ने पानी मे जंप लगाई हो ऐसी आवाज आई। जैसे पास में ही गहरा कुआँ था और कोई कुएँ मे गिरा था।  आरव की साँसे तेज हो गई थी। चेहरे पर पसीना उभर आया क्योंकि वह आवाज सुनकर गड्डे में फिसल गया। उसका दिल जोर से धडक उठा था।  @@@@@  @@@@ थोड़ी चहल-पहल सुनकर उसने फार्म हाउस की खिड़की खोल दी। फार्म हाउस के ठीक सामने एक खूबसूरत आकर्षक नौजवान दिखाई दिया। वह काफी डरा हुआ लग रहा था। फार्म हाउस की खिड़की खुली देखकर वह आगे बढ़ा। किसी अनजाने शख्स को नजदीक आता हुआ देखकर उसकी आँखों में उम्मीद की लहर दौड़ गई। आज तो कुछ भी हो जाए रोहित की इस कैद से मैं भागकर दिखाऊंगी ऐसा उस लड़की ने मन बना लिया। और इतनी तेजी से फार्महाउस की और आ रहा था जैसे कोई उसे पकड़ कर कुएं में धकेल रहा ना हो। उसे नजदीक आता देख कर लड़की ने आवाज लगाई। "कौन हो तुम और कहाँ से आए हो?" मुझे आज यह खिड़की खुली देखकर काफी हैरानी हुई जब तक मैं जानता हूँ मैंने इस फार्महाउस का दरवाजा या कोई खिड़की आज से पहले कभी खुली नहीं देखी। इसलिए जिज्ञासा वश इधर आ गया। ऊपर से खिड़की से झाँक रही तुम्हारी दो खूबसूरत आँखों को देखा तो मुझसे रहा नहीं गया। तुम्हें देखने के लिए मेरी आँखें बेताब थी। अब जाकर उन्हें सुकून मिला है। सॉरी, बताना भूल गया मेरा नाम आरव है।" फार्महाउस के कारीडोर में जीरो का लैम्प जल रहा था। लैंप की रोशनी के कारण खिड़की में साफ साफ नजर आ रहे उस लड़की के चेहरे को देखकर आगंतुक उछल पड़ा। "तुम्हारा चेहरा तो उसके जैसा ही है।" आगंतुक ने यही बात कही। "किसके जैसा?" फार्म हाउस वाली लड़की पूछ बैठी। "वही लड़की जो अभी अभी मेरी नजरों के सामने कुएं मे छलांग लगा चुकी है। एक पल के लिए मुझे लगा मैं जिसके पीछे आया हूँ वह तुम्ही हो। या फिर तुम कहीं उसका भूत तो नही हो? तुम्हारी आवाज सुनकर तसल्ली हो गई कि तुम वो लड़की नही हो जो कुएँ में जाकर गिरी।  "ठीक है पर तुम यहाँ क्या कर रहे हो?" बताया ना मैं आपकी ही तरह दिखने वाली एक लड़की का पीछा करते-करते यहाँ तक आ गया।" "अच्छा तो आप मारिया का पीछा कर रहे थे?" "कौन मारिया!" "मेरी सिस्टर है। आप मुझे इस कैद से बाहर निकाले मैं आपको सबकुछ बताती हूँ। मुझे इस कमरे में किसी ने बंद कर दिया है। मैं आपको कुछ बताना चाहती हूँ।" आगंतुक उस लड़की की बात सुनकर फार्म हाउस के दरवाजे के पास आया। फार्म हाउस के दरवाजे पर एक बड़ा ताला लगा हुआ था। उस ने नीचे से एक बड़ा पत्थर उठाया और ताले पर दे मारा। पत्थर की भारी चोटों को ताला सहन नहीं कर पाया और उसने अपना मुंह खोल दिया। फटाफट दरवाजा खोल कर  उसने लड़की को बाहर निकाला। लडकी बहुत ही घबराई हुई थी।  बाहर निकालते हैं उसने पूछा, "आपने मारिया को कहाँ देखा था?"  वह थोड़ा हिचकिचाया फिर बोल उठा, "मारिया भागती हुई वहाँ जाकर कुएं में कूद गई।" उसने उंगली उठाकर कुए की ओर इशारा किया। "ऐसा नहीं हो सकता मेरी सिस्टर नहीं मर सकती।" "लेकिन यही सच है।" " मारिया नहीं मर सकती!" वह बुदबुदाई।  जैसे उसने लड़के  की बात सुनी ही नहीं थी। मैं एक बार कुएँ में देखना चाहती हूँ। प्लीज आप मेरे साथ चलिए ना। मुझे बहुत डर लग रहा है। रोहित कभी भी आ सकता है। अब मुझे उसकी कैद में नहीं रहना है।" "तुम किसकी बात कर रही हो? उसने तुम्हें यहाँ क्यों कैद किया था?" "वो सब मैं तुम्हें बाद में भी बता सकती हूँ। पहले यहाँ से भागो।"  वह उसका हाथ पकड़ कर कुएँ के पास आया। लड़की ने मोबाइल टॉर्च की लाइट से कुएं में देखा। भीतर काले पानी के अलावा कुछ भी नजर नहीं आया। शायद तुम्हें कोई धोखा हुआ है। मेरी सिस्टर कुए में कभी नहीं कूद सकती। क्योंकि वह तो कल से अपने प्रेमी को मिलने मिलन होटल गई हुई है!" "ओह माय गॉड!" मिलन होटल का नाम सुनकर वह कुछ देर सकते में आ गया। "तुम्हारी सिस्टर मिलन होटल गई है ऐसा तुम्हें किसने कहा?" उसने तसल्ली करनी चाही।  "मारिया ने बताया था कि उन्होंने अपने डेट के लिए मिलन होटल के स्यूट नंबर 401 को बुक किया है।" लड़की की बात सुनकर वह चेहरे पर संजीदगी लिए बोला, "मारिया की कमर में नाग का निशान था?" "हां, मगर तुम्हें कैसे पता?" चौक ने की बारी अब उस लड़की की थी। @@@@@@

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1 Comments

Gunjan Kamal

27-Sep-2023 08:58 AM

👏👌

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